दूरियां बना देती हैं
मीलों की दरमियाँ
बड़ी बतमीज होती हैं
यह गलतफहमियां
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milap singh
Tuesday, 24 July 2018
Monday, 2 July 2018
बैठी हुई आँखे हैं
बैठी हुई आँखें हैं
और सूखे हुए गाल।
कुछ ठीक नहीं लगता
तुम्हारा ये हाल।
जहर बन जाएगा
जो दिल में छुपा रखा है।
तू बाहर बहने दे आंसू
गम अपना निकल।
....... मिलाप सिंह भरमौरी
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