शिवजी रे पुत्र
केले वजीर
मना मा ध्यायो
मना मा ध्यायो
सुख -सांद तोपदेयो
जे सुख-सांद पाना
कुगति जो आयो
कुगति जो आयो
मुकदरा रे लोवियो
जे मुकदर बनाना
भक्त बढायो
भगत चढायो
केलांगा रे चरना मा
रेना जे भग्ता
सुचा लाण लायो
सचा लाण लायो
शिवजी रे पुत्र
केले वजीर
मना मा ध्यायो
मना मा ध्यायो
....milap singh bharmouri
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