milap singh

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Tuesday, 25 June 2013

वजीर बोले कोई खोदलवासी ( bharmouri boli me )



माला रे मनके ते
मनके री माला
मनके ते लिखया घोडवासी

दुनिया मा ना तेरे
कई वो केलंगा
वजीर बोले कोई खोदलवासी

घुमदे ने मनके
ते फिरदिया माला
करदे ने मेर घोडवासी

हा री हा माला
मना रे मनके
नित -नित खिच्ची जान घोडवासी

 माला रे मनके ते
मनके री माला
मनके ते लिखया घोडवासी


......milap singh bharmouri

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