milap singh

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Friday, 21 February 2014

कब तक दूर

Hindi shayari
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कब तक हमसे दूर रहोगे
कब तक न पहचानोगे!!

इक दिन खुद ही आकर के
हमको अपना मानोगे!!

ऊन में गर्मी, खून में गर्मी
और जून में गर्मी होती है!!

दो दिन इनके पहलू में रह कर
तुम भी सनम ये मानोगे!!

~ milap singh bharmouri ~

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