शब्द
शब्दों से प्यार करो।
शब्दों का सत्कार करो।शब्द बनाए बिगड़े काम
शब्द बिगाड़े बनते काम
शब्दों की पहचान करो।
शब्द दिलाते मीठी याद
शब्द दिलाते तीखी याद
शब्दों की न तीखी धार करो।
शब्द दिलाए तख्तोताज
शब्द छुड़ाए चलता राज
शब्दों से न बैर करो।
.......मिलाप सिंह भरमौरी।
No comments:
Post a Comment