milap singh

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Monday, 10 March 2014

गऊ माता

Hindi shayari
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यह इस लौकिक संसार में मेरे

बच्चो के पेट को भरती है......!

और गऊ माता की पँूछ पकडकर ही

भव -सागर से नैया तरती है!

~ milap singh bharmouri ~

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