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Hindi shayari @ @ @ @ @ @
दर्द दिल के मेरे जब से कम हो गए
दुनिया की भीड में फिर से गुम हो गए
पहले खुद को जर्रा समझता था मैं
दिन क्या बदले फिर से हम हो गए --- मिलाप सिंह भरमौरी
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