milap singh

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Wednesday, 28 May 2014

शराब खाना

Hindi shayari
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मैंने देखा है रंग जमाने का ।        

मैं हूँ मालिक शराबखाने का ।।   
                            
कोई कहता है खुशी में पीता हूं ।।। 

किसी का किस्सा है गम भुलाने का ।।।।

                  ----मिलाप सिंह भरमौरी

Tuesday, 27 May 2014

भरमौर

इस दो वक्त रोटी ने
बागी बना डाला
वरना छौड के तेरी मिट्टी को
भला जाता कौन ?
ऐ ! भरमौर, ऐ ! भरमौर

तू ही तो है जन्नत
तू ही तो है मेरी मन्नत
तुझसे भला सुन्दर
है यहाँ कौन ?
ऐ ! भरमौर, ऐ ! भरमौर

---मिलाप सिंह भरमौरी

Sunday, 25 May 2014

कुल की देवी

हर दिल में, दिल से
नारी के लिए
एक पवित्र भावना रहती है
तभी तो यहां
हर गांव, गोत्र में
एक कुल की देवी बस्ती है

--- मिलाप सिंह भरमौरी

Saturday, 24 May 2014

हमसे खफा हो गई

Hindi shayari
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वो हमसे क्या खफा हो गई
जैसे जिंदगी  बेबफा हो गई   
मान जाईए न तुम मेहरबान
माना हमसे ही खता हो गई     

    ---- मिलाप सिंह भरमौरी
         

Friday, 23 May 2014

पलकों पर नमी

Hindi shayari
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उनकी पलको पर
जरा न नमी आई

मेरे रोने पर
उनको हँसी आई

चाह कर भी न
हम उन्हें पा सके

अपने हिस्से में
सिर्फ बेबसी आई                            

--- मिलाप सिंह भरमौरी

Thursday, 22 May 2014

Suthra pani hai man

Hindi shayari
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दवा जहर में है फर्क गहन

सुथरा पानी है यह मन

जैसी वस्तु डालोगे इसमें

वैसा ही यह जाएगा बन     

--- मिलाप सिंह भरमौरी

Tuesday, 20 May 2014

Dard dil ke mere

Hindi shayari           
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दर्द दिल के मेरे
जब से कम हो गए

दुनिया की भीड में
फिर से गुम हो गए

पहले खुद को जर्रा
समझता था मैं

दिन क्या बदले फिर से
हम हो गए
                                               
--- मिलाप सिंह भरमौरी             

कभी दर्द है

कभी दर्द है
कभी लज्जतें

कभी प्यार है
कभी नफरतें

कभी पाना अचानक
बेउम्मीद सा

कभी अधूरी है
सब हसरतें

----- मिलाप सिंह भरमौरी