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िकसको दूर करूं िकसको नजदीक करूं जो बस में ही नहीं है उसे कैसे ठीक करूं ओर चारा ही नहीं हैं ओर गूजारा ही नहीं बस खूदा का नाम लूं मैं और चुपचाप रहूं
.....milap singh bharmouri
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