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milap singh
Tuesday, 9 April 2013
भ्रष्टाचार के खिलाफ
ये ईंटें नही फक्त इनमे तारिख की निशानी है इनमे हैवानों की हैवानियत है और देशभक्तों की जवानी है जरा गौर से देखो इन निशानों को गोलियां सहती लाशों और दीवारों को देशभक्ति की ये प्रथा भ्रष्टाचार के खिलाफ आज भी हमको निभानी है
बहुत बढ़िया प्रेरक प्रस्तुति ..
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