milap singh

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Friday, 27 June 2014

तेरा स्वाभिमान

हम बंजर में भी फसल उगा लेंगे
सारी दुनिया को फिर चौंका देंगे

गर बादल नहीं अम्बर में तो क्या
हम अपना खून पसीना बहा देंगे

मेरे देश से बढकर  कुछ भी नहीं
हम सर्वस्व ही  अपना लुटा देंगे

मां प्राण रहे या न रहे इस तन में
पर तेर स्वाभिमान हम लौटा देंगे

  ------- मिलाप सिंह भरमौरी

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