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Hindi shayari @ @ @ @ @ @
खत्म हो गई रात सुबह आ गई है
सूरज की लाली नभ पर छा गई है
खग पखेरू ने देखो छोड दिए हैं नीड
नई सुबह की स्फूर्ति तन तन पर छा गई है
---- मिलाप सिंह भरमौरी
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