milap singh

milap singh

Monday, 29 April 2013

फासले से अगर


फासले से अगर
देखता हूँ जिसे 
हर चेहरा मुझे तो
तुम्हारा लगे
भूल कर भी तम्हे 
भूल पाया नही
भूल जाना तुम्हे 
ना गवारा लगे

खत्म होंगी नही
वक्त की वंदिशे
बडती जाएँगी पल-पल
यर रंजिशे 
मत सुनो जहन की 
दरकिनार करो
गर आने को कुछ दिल
तुम्हारा करे

सारी दुनिया को मै
अलग छोड़ कर
तुज्को लेने आंऊ
हर कसम तोडकर
निकल आयेंगे 
कई नये  रास्ते
थोडा- सा भी अगर 
तू इशारा करे

....milap singh bharmouri

Friday, 19 April 2013

या खुदा या खुदा, या खुदा


या खुदा या खुदा, या खुदा ..
मै नही तुजसे जुदा 
तू नही मुझ से जुदा 

तुजको देखता हु मै फिजाओं में 
तुजको देखता हु मै खिजाओं में 
तू ही तो है हर किसी की निगाहों में
या खुदा या खुदा या खुदा ,या खुदा...

हर तरफ है तेरी परछांईयां 
तुजमे ही खत्म है गहराईंया
तेरी ही बनाई है  ऊंचाईयां
या खुदा या खुदा या खुदा ,या खुदा....

जर्रे -जर्रे में बसा है तू ही तू
पत्ते -पत्ते में बसा ही तू ही तू
तुझपे ही खत्म हर गुफ्तगू 
या खुदा या खुदा या खुदा ,या खुदा...


     .....milap singh bharmouri

Thursday, 18 April 2013

मेरे केलंगा रा बासा ( gaddi boli me bhajan )


कुगती री धारा
मेरे केलंगा रा बासा
लेई चल हडसरा ताईं डलेवरा
लेई चल हडसरा ताईं डलेवरा

पैरा मंज शाले मेरे 
भजदा शरीर हा 
कुछ भी भोया पर 
पुजना जरूर आ 
लेई चल गड्डी मा चड़ाई  डलेवरा
लेई चल हडसरा ताईं डलेवरा
लेई चल हडसरा ताईं डलेवरा

निक्का जिना झौला मेरा 
पानी ना रोटी हा 
बस केसरा री पुड़ी कने 
हत्था मा होठी आ 
कर न गल तू पराई डलेवरा
लेई चल हडसरा ताईं डलेवरा
लेई चल हडसरा ताईं डलेवरा

टोप कन्ने नरवार 
झोउले मंज पोउरा ऐ
उरनु ते शेल्लू मेई
कुगती बोलउरा ऐ 
लेई चल 'मिलाप ' जो चड़ाई 
लेई चल हडसरा ताईं डलेवरा डलेवरा
लेई चल हडसरा ताईं डलेवरा


...milap singh bharmouri

Wednesday, 17 April 2013

जैजै ,जै जै कार भुन्दी (bhajan bharmouri boli me )


जैजै ,जै जै कार भुन्दी
दुनिया मा तेरी 
केलंग वजीर जी 
अरदास हुना मेरी

सोना-चाँदी मंगदा ना
ना मंगदा अंयु पैसे 
बस अपने चरना मा रखे
मुंजो मूर्खा जो तुसे

गड्डी-मोटर मंगदा 
ना मंगदा जहाज 
बस भुऐ ना तू मलका 
इस दासा तोउ नराज 

धन -दौलत मंगदा ना 
ना मंगदा जमीन
बस टूटे ना मलका 
मेरा तुजो तोउ जकीन

....milap singh bharmouri

Tuesday, 16 April 2013

जय हो केले बजीर (gaddi boli me )


जय हो केले बजीर
जय जय केले बजीर
हर लो भक्तों की पीड
हर लो भक्तों की पीड

बासा कुगति आ तेरा
पासा मुक्ति रा मेरा
कर ना नजरा तोउ दूर
मंगता ' मिलाप' फकीर

हत्थे होठू हा शैल
धोये दुखा री मैल
अंयु रेंहू  तेरे करीब
बलदा मेरा जमीर


जय हो केले बजीर
जय जय केले बजीर
हर लो भक्तों की पीड
हर लो भक्तों की पीड

jai ho kele bjeer 
jai jai kele bajeer
har lo bhakton ki peer
har lo bhakton ki peer

basa kugti ha tera
pasa mukti ra mera
kar na njra tou door
mangta "milap" fakeer

haththe hotu ha shail
dhoye dukha ri mail
anyu renhu tere kareeb
balda mera jameer


.....milap singh bharmouri

Monday, 15 April 2013

इस दुनिया मंज (gaddi boli me )


इस दुनिया मंज
 इची करी हानी
कई कुछ सैना पैंदा हा 
मनु मंज चांहे
 कुतूना भी हसिया 
टारे इची रूना पैंदा हा I

एह धरती हा
 सता -तमा री गुथूरी
टेरे रंग निराले ने 
जेड़ा भी वक्त हा
 सौगी -सम्भालिया
फिरि ऐ वक्त गुषुरा हा II

पोले- निठोले
 बेपला रे हा रे 
कजो तू सुपने बुन्दा हा 
तू ता हा 
सुच्चे मोती रा मालिक 
कजो कंकर -पत्थर चुगदा हा III


इस दुनिया मंज
 इची करी हानी
कई कुछ सैना पैंदा हा 
मनु मंज चांहे
 कुतूना भी हसिया 
टारे इची रूना पैंदा हा I



....milap singh bharmouri

भरमौरी बोली की किवता

भरमौरी बोली में किवता

सब िकस्मत रे फेरे िहन
िदन जैडे मुंजो-तुजो घेरे िहन

असली होर ही मालक हा
असे बलदे तेरे ते मेरे िहन

जीतूनी बारी भी घरदा िदन
ईठी तीतूने ही सबेरे िहन

तेरे नाम तांऊ ही मुलना सुख
इँया ता छुडे िगट्टे परेडे िहन

......milap singh bharmouri

Friday, 12 April 2013

मुर्दों का ओपरेशन



काश!  ऐसा कोई 
करिश्मा हो जाये 
यह सारे बेरहम मंहगे होस्पिटल
 सरकारी हो जाए
सब को मिले अच्छी सुबिधा 
सबका जीवन आसान हो जाए 

यह चमचमाती बिल्डिंगे नही 
मानवता पर धव्वा है 
यह कोई समाज सेवा नही 
सिर्फ और सिर्फ पैसा कमाने का धंदा है 

यह अच्छे-अच्छो की
 तिजोरी को तंग कर देते है
डिलीवरी के नोर्मल केस की भी
 सर्जरी कर देते है
घिनौनापन यहाँ तक पहुंच चूका है अब तो
पैसो के लिए 
मुर्दों का भी ओपरेशन कर देते है 


काश!  ऐसा कोई 
करिश्मा हो जाये 
यह सारे बेरहम मंहगे होस्पिटल
 सरकारी हो जाए
सब को मिले अच्छी सुबिधा 
सबका जीवन आसान हो जाए 




           ....milap singh bharmouri

Thursday, 11 April 2013

न मचल मेरे िदल

न मचल मेरे िदल न मचल
ये है खाबों का तेरे महल
खाव टूटेगा जाएगा िबखर
कोई उडता है क्या पँखो के िबन
कोई जीता है क्या सांसो के िबन
मान हकीकत तू थाम ले जीगर
न मचल मेरे .....

.....milap singh bharmouri

Wednesday, 10 April 2013

खूदा का नाम

िकसको दूर करूं
िकसको नजदीक करूं
जो बस में ही नहीं है
उसे कैसे ठीक करूं
ओर चारा ही नहीं हैं
ओर गूजारा ही नहीं
बस खूदा का नाम लूं
मैं और चुपचाप रहूं

.....milap singh bharmouri

दहर-ए-शरीकी

उजाले की दोस्ती है
अनजान है तारीकी में
यहाँ तक ही पहूंच पाया
सोचा जब भी बारीकी में
इक तू ही साथ है बस
मूझे तेरी ही आस  है
यूं तो िकतने ही लोग है
इस दहर-ए-शऱीकी में

.....milap singh bharmouri

Tuesday, 9 April 2013

भ्रष्टाचार के खिलाफ


ये ईंटें नही फक्त
इनमे तारिख की 
निशानी है
इनमे हैवानों की 
हैवानियत है
और देशभक्तों की जवानी है
जरा गौर से देखो इन निशानों को 
गोलियां सहती लाशों और दीवारों को
देशभक्ति की ये प्रथा 
भ्रष्टाचार के खिलाफ 
आज भी हमको निभानी है


....milap singh bharmouri

Monday, 8 April 2013

मिटती क्यों नही गरीबी


अगर नामुमकिन नही है कुछ भी
इस जहान में 
तो मिटती क्यों नही गरीबी मेरे
हिंदुस्तान से 

इन झुगियों से जैसे कोई वास्ता नही है
इस चश्मे - पुरआव की कोई दास्ताँ नही है
बस निकल लेते है काफिले इधर से 
अनजान से 

नेमते -खुल्द -में वो जिए जा रहे है
सियासतों पे सियासत किए जा रहे है
देखें तो इक झलक इधर भी वो
सब्र - -ताव से 




....milap singh bharmouri


चश्मेपुरआव -- आंसुओं से भरी आँख , नेमते –खुल्द -- स्वर्ग जैसा सुख , सब्र - –ताव -- सहास से