milap singh

milap singh

Tuesday, 29 July 2014

जमीन का टुकडा

जमीन का टुकडा पास नहीं है   
और नौकरी भी कोई हाथ नहीं है

बनाएंगे क्या कल सुबह नाश्ता
इस चिंता में कटती रात नहीं है

बहुत बडे वर्ग का हाल है ऐसा
बस दो चार की यह बात नहीं है

इसका कारण क्या है पता नहीं पर   
कहते हैं कि किस्मत साथ नहीं है

हर मजहब में ही यह बसती है  
गरीबी की कोई खास जात नहीं है

    ------ मिलाप सिंह भरमौरी

No comments:

Post a Comment