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बस इक सत्ता की चाह में उसने मुल्ख का करवा दिया था बंटवारा
वरना वो भी तो कहता था सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोसितां हमारा
------ मिलाप सिंह भरमौरी
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