milap singh

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Tuesday, 15 July 2014

Har bulandi


यह  दुनिया  तो  बडी  खूबसूरत  है
फिर  किस  लिए  उदास  हो  तुम

कुछ  नहीं  कर  पाएगा  अंधेरा
तुम्हें  पता  नहीं  चिराग  हो  तुम

खुद  कदम  चूमेगी  मंजिल  तेरी
बस  कदम  उठाने  की  ही है  देरी

हर  बुलंदी  जिसके  नीचे  होगी
वो  खूबसूरत  हसीन  ताज  हो  तुम

---------- मिलाप सिंह भरमौरी

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