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कुदरत दोबारा ऐसा दस्तूर न दिखाए
किसी के दिल पे ऐसा नासूर न बनाए
कि बस बेबसी दिखे कदम कदम पे हरपल
खुदा किसी को ऐसा मजबूर न बनाए
------ मिलाप सिंह भरमौरी
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