milap singh

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Thursday, 18 September 2014

लजीज खुशबू


जब भी पडोसी की रसोई से
लजीज सी खुशबू आती है

अकेलेपन की यह जिंदगी
ओर भी बोझिल हो जाती है

दिल में आता है कि अब
तोड दूं सब अकेलेपन के बंधन

उसको साथ ले आने की
तमन्ना सी हो जाती है

------- मिलाप सिंह भरमौरी

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