milap singh

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Saturday, 20 September 2014

दिल की गहराई


दिल की गहराई में कोई
उतरता ही नहीं है

मैं जिसको चाहूँ
मेरा बनता ही नहीं है

मैं कहता हूँ
बदल जा जमाने के साथ

दिल है मेरा कि
बदलता ही नहीं है

- - - - - मिलाप सिंह भरमौरी

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