Hindi shayari
☆☆☆☆☆☆☆
यह तो सच है कि मोहब्बत में
कोई मजहब या जात नहीं होती
यह तो उन्मुक्त पतंग है
जिसकी डोरी किसी के हाथ नहीं होती
पर पहले मोहब्बत फिर शादी और
फिर जबरन धर्म को बदल देना
लव जेहाद नहीं तो ओर क्या है यह
पाक दिल में तो ऐसी कोई बात नहीं होती
------ मिलाप सिंह भरमौरी
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