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गलती तो तिनके की है जो खुद को पर वाला समझता है
वरना उसको तो उडाने में सब जोर तुफान का लगता है
आखिर जी भर जाता है तुफान का खेल के कुछ पल
और नासमझ तिनका फिर औंधे मुंह जमीन पे गिरता है
------ मिलाप सिंह भरमौरी
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