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आज जब आया मैं उसे छोडकर वो रोई मगर इक बहाना ढूंढ कर
फिर भी आई कुछ दूर चलके वो छोड आया मगर अगले मोड पर
जमाने की होती हैं मजबूरियाँ भी नहीं जिया जाता है मुंह मोड कर
शायद मुझे वो संग समझती होगी मगर दिखाऊ कैसे दिल खोलकर
--------- मिलाप सिंह भरमौरी
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