milap singh

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Saturday, 13 December 2014

Tnha se din


अब तन्हा से दिन हैं
तन्हा सी रातें

कहने को मगर हैं
बहुत सी बातें

कुछ अपनी कमी थी
कुछ तेरी भी होगी

जो पहुंच न पाई
अंजाम तक मुलाकातें

---- मिलाप सिंह भरमौरी

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