milap singh

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Saturday, 17 January 2015

Door reh kar

दूर रह कर भी कोई करीब होता है
करीब रह कर भी कोई दूर होता है
बात तो बस दिल से दिल मिलने की है
दिल मिल गए तो अलग ही सरूर होता है

     ------ मिलाप सिंह भरमौरी

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