milap singh

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Sunday, 18 January 2015

Dil me pyar

दिल में प्यार हो
यही काफी नहीं है जमाने में

थोडी सी चापलूसी भी
जरूरी है जताने में

बेरुखी से तो माँ बाप भी
रूठ जाते हैं

दिल में प्यार हो तो
मत करो अलगर्जी बताने में

----मिलाप सिंह भरमौरी

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