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न दौलत की तिजोरी है न खली सी हमारी बॉडी है फिर भी खुश हैं हम अमीरों से क्योंकि मोहब्बत, इज्जत और दोस्ती की दौलत हमने जोडी है
------- मिलाप सिंह भरमौरी
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