milap singh

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Friday, 16 January 2015

Pyar me dil

प्यार में अपना दिल
कब अपना रहता है

यह तो बस उसकी ही
सुनता और कहता है

रहता है यह तो बस
उसकी ही परछाई में

बस कहने को ही यह
सीने में अपने रहता है

----- मिलाप सिंह भरमौरी

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