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milap singh
Thursday, 1 January 2015
Tu hoti jindgi me
चांदनी रात में
छत पर बैठ के
डूबा हूँ मैं इस सोच में
काश! तू होती जिंदगी में
तो कितना अलग होता यह पल
वो गुजरा हुआ कल
और ये आने वाला कल
बहुत खुशियां होती जिंदगी में
अगर तू सचमुच होती जिंदगी में
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