milap singh

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Friday, 14 November 2014

Aadat si

आदत सी हो जाती है
फिर उसके बारे में सोचने की

हिम्मत किसमें रहती है
मोहब्बत के तुफां को रोकने की

अपने अच्छे बुरे के बारे में
कुछ पता ही नहीं चलता

अच्छी बातें करने वाले को भी
फिर उपाधि दे देते हैं भौंकने की

------ मिलाप सिंह भरमौरी

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