बेरोजगारी में राह चलते हुए
जब पडौसी मुस्कुराकर पूछता है
अभी काम नहीं बना कहीं पर बेटा
तो शर्म का दरिया सा मन में कूदता है
कामयाबी की तो कोई भी चर्चा
नहीं करता है इस जहाँ में लेकिन
नाकामयाबी में तो दोस्त हर कोई
यहाँ पर तरह तरह से मजे लूटता है
-------- मिलाप सिंह भरमौरी
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