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अपनी मोहब्बत कुछ भी नहीं उनकी बेबफाई कुछ भी नहीं
किस्मत की लकीरें मत बदलो किस्मत से ज्यादा कुछ भी नहीं
मेरे आंसुओं का सबब न पूछो कुछ तारे टूटे हैं कुछ भी नहीं
------ मिलाप सिंह भरमौरी
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