milap singh

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Wednesday 8 January 2020

अटल



वो गफलत में है जो कहते हैं।

हम अटल खड़े हैं अटल रहेंगे।

देखना इक दिन लहराने वाले

बनकर पत्ते सड़कों पे झड़ेंगे।

जब कुचले जाएगें पैरों- तले

चर -चर की सी आवाज करेंगे।

वो सबको आँखे दिखाने वाले

कदमों की जरा आहट से डरेंगे।

तुम ये कैसी बातें करते हो जी

जब वो न रहे तो हम क्या रहेगें।

..... मिलाप सिंह भरमौरी

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