milap singh

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Sunday 10 September 2023

biomatric

बायोमैट्रिक अटेंडेंस मशीन

दिनांक 10.09.23


छवि साभार :वेव


पहले दिन

जब मैं लगाई जाती हूं

ऑफिस में सन्नाटा फैल जाता है 

जैसे मातम छाया हो 

लाश के चारों ओर।



फिर शोक संतप्त कर्मचारियों की

एक मंडली बैठती है

घोर चिंतन चलता है

विचार विमर्श होता है खूब

जैसे उनकी नौकरी का

एक खूबसूरत दौर रहा हो डूब।



मुझे हटाने के

सब प्रयत्न किए जाते हैं

मैं कैसे असफल हो सकती हूं

सब यत्न किए जाते हैं

कोई कहता है

मुझसे करंट लग सकता है

जिससे एक अनुशासित कर्मचारी मर सकता है।


कोई कहता है

मुझसे विकिरण निकलता है

जिससे अनुशासित कर्मचारी

अंधा हो सकता है।

कर्मचारियों और प्रशासन में

महीनों तक चलती है नोक झोंक

कभी कामयाब नहीं होने देंगे

कहते हैं सीना ठोक।





















और ऐसे ही एक दिन

आ जाता है मेरे उद्घाटन का समय

सुर्खिया बन जाती हैं

अखबारों की

खूब निकाली जाती हैं मेरी कमियां।


बताया जाता है मुझे परेशानी का सबब 

कीमती समय की  बर्बादी का कारण।

जमा हो जाते हैं सारे मेहनतकश

सलाह दी जाती है प्रशासन को

ऐसे ही मशीन के आगे 

लाइन में कर्मचारियों को खड़े न करें अकारण।


कभी मेरी खरीद में 

धांधली का आरोप लगाया जाता है

कभी अधिकारी पर अनुशासित कारवाई का

दबाव बनाया जाता है।

मैं कथित अनुशासित,मेहनतकश समाज में आई हूं

पर इनकी हकीकत को देख कर शरमाई हूं।


अभी भी मन से मुझको

इन लोगों ने नहीं अपनाया है।

मुझको को अपने समाज से बाहर

निकाल देने का प्लान बनाया है।

पर मैं भी डटी रहूंगी

अटल पहाड़ की तरह

जब तक मानसिकता में बदलाव न आ जाए

इन मेहनती अनुशासित लोगों में।









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