milap singh

milap singh

Saturday, 27 July 2019

मोह भंग

जब जीवन अपना तंग होता है
तब जाकर मोह भंग होता है।
वरना खुशियों के मौसम का तो
अपना ही अलग रंग होता है।

मिलाप सिंह भरमौरी

Saturday, 6 July 2019

मीडिया

जगह- जगह आक्रोश है
फिर भी तू खामोश है
तू सत्ता-सुलभ दिखाऊ है
हाँ-हाँ मीडिया तू बिकाऊ है....

Friday, 28 June 2019

रोजी

यह मजदूर नहीं आते सड़कों पर

जब तक रोजी - रोटी चलती रहे

पर जब छीनने लगे सरकार नौकरी

तो खुद ही बताओ यह क्या करें???


Thursday, 20 June 2019

तेरे बगैर

तेरे वगैर जिंदगी 


सूनी सी लग रही थी।

बोझिल से पल थे सारे 


मुश्किल हर घड़ी थी।

आने से घर में तेरे


फिर से रौनक सी आ गई है।

सांसे फिर से चल पड़ी हैं


पहले जो रुक चली थीं।

....... मिलाप सिंह भरमौरी 

Sunday, 14 April 2019

हक़ीक़त

जिनसे मोहब्बत होती है

शिकवे भी उनसे होते हैं।

वरना गैरों से दुनिया में

भला कौन शिकायत करता है।

तुमको भी पता है 

इस दिल की हकीकत।

यह दिल तुमसे अब भी

कितनी मोहब्बत करता है।

....... मिलाप सिंह भरमौरी 



Saturday, 30 March 2019

Teri yadon ke pal

रंग - बिरंगे इस धरती पर

फूल प्यारे सजते हैं।

काले- काले बादल जब

पानी बन के बरसते हैं।

आँखे मन करते हैं आँसू

पर फिर भी ठंडक मिलती है।

सच तेरी यादों के  पल मुझको

वो अब भी प्यारे लगते हैं।

....... मिलाप सिंह भरमौरी


Thursday, 21 March 2019

होली शायरी

पल भर ही सही लेकिन 

वाह! क्या समा बन आया था।

दिल के हर कोने में जैसे 

खुशियों का रंग छाया था।

जी करता है कि 

जिंदगी भर न छूटने दूँ उसको।

अपने हाथों से मेरे गालों पर 

कल तुमने जो रंग लगाया था।

..... मिलाप सिंह भरमौरी