milap singh

milap singh

Thursday 10 July 2014

Hasil kya kiya


हासिल  तुमने  भी  क्या  किया
मेरे  दिल  को  तोडकर

चली  गई  शौहरत  के   लिए
मुझे  गुरबत  में  छोडकर

मैं  था तेरी  झलक  का प्यासा
इक  भंवरे  रिंद  जैसा

तेरे  लिए  रुकता  था  मैं
कितनी  देर  तक उस  मोड पर

------- मिलाप सिंह भरमौरी

No comments:

Post a Comment