milap singh

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Friday 13 February 2015

इस तरह चाहोगे

इस तरह चाहोगे आप हमें
कभी सोचा न था हमने यह खाव में
बस मिलती रहे यूंही आप की चाहत
बस चलता रहे यूंही अपना समय

---- मिलाप सिंह भरमौरी

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