milap singh

milap singh

Wednesday 5 December 2012

abhi abhi pi hai


अभी अभी पी है शराब


अभी अभी पी है शराब नशा उतरने दे
फिर करूंगा तुमसे बात नशा उतरने दे 

दिल आश्काना है और फिर ये मदहोशी 
फिर न कहना कुछ जनाब नशा उतरने दे

मुक्तसर आवेश है ये कोई मुसल्ल नही
बदल जायेंगे तेरे जज्बात नशा उतरने दे

गम के अंधेरों से तो निकल जाउं मै
फिर पकड़ना मेरा हाथ नशा उतरने दे 



milap singh

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