milap singh

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Friday 12 September 2014

रूप में

Hindi shayari
@ @ @ @ @ @ @

बात ही कुछ खास है
इस मेरे रूप में

यूहीं नहीं रहता खडा तू
मेरे लिए धूप में

सिला तो मिले जरूर तुझे
इस तेरे प्यार का

पर क्या करूँ
गोली हमेशा रखता है भरकर
मेरा भाई बंदूक में

------ मिलाप सिंह भरमौरी

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