milap singh

milap singh

Thursday 4 September 2014

तुम जो हंसती हो तो


तुम जो हंसती हो तो
मौसम-ए-बहार आता है

तुम जो हंसती हो तो
कलियों में निखार आता है

यूंही मत मुस्कुराया करो
तुम गैरों के बीच भी

तुम जो हंसती हो तो
बेकाबू सा प्यार आता है

------ मिलाप सिंह भरमौरी

No comments:

Post a Comment