milap singh

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Friday 8 August 2014

टूटे हुए इस दिल को कैसे


भूल तो जाऊं मैं तुझको
पर इस दिल को कैसे समझाऊँगा

वो प्यार के वादे झूठे थे सब
कैसे इसको बतलाऊंगा

यह तो अब भी तुमको चाहता है
सह न पाएगा तुमसे बिछुडना

टूटे हुए इस दिल को कैसे
मैं किन बातों से बहलाऊंगा

------- मिलाप सिंह भरमौरी

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