milap singh

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Wednesday 27 August 2014

किस तरह मिलूंगा


मैं अक्सर सोचता हूँ तन्हाई में
कि यह बातें करूंगा तुमसे

खुल कर कह दूँगा हर बात
कल सुबह जब मिलूंगा तुमसे

पर फिर चुप रह जाता हूँ मैं
रोज की तरह यह सोचकर कि

अगर खफा हो गई मुझसे तो
फिर किस तरह मिलूंगा तुमसे

-------- मिलाप सिंह भरमौरी

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