milap singh

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Wednesday 6 August 2014

Tere bagair


दिल के दो टुकडों को
हम न सी सकेंगे

आंसुओं के धारो को खुद
हम न पी सकेंगे

छोड कर न जाना हमें कभी
तन्हा तेरी कसम

कि तेरे बगैर हम तो
दो पल भी न जी सकेंगे

------ मिलाप सिंह भरमौरी

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