milap singh

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Saturday 4 October 2014

दर्द दिल के


दर्द  दिल के  मैं  सहूंगा  कैसे
बिन तेरे  तन्हा मैं रहूँगा  कैसे
इसमें भी  होगी तेरी रुसवाई
पता तेरा किसी से पूछूंगा कैसे

------- मिलाप सिंह भरमौरी

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