milap singh

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Sunday 5 October 2014

महिलाओं के लिए आरक्षित

यह सीट महिलाओं के लिए आरक्षित है
बडे बडे अक्षरों में शब्द हर बस में लिखे होते है
पर गोद में बच्चे लेकर खडी होती है महिलाएं
और तगडे मुच्छटंडे सीट पर आराम से बैठे होते है
यह सच है कि मांगने से नही मिलते हैं हक कभी भी
यह तो  खुद शेर के जबडे से निकाल कर छीनने होते  हैं

-------- मिलाप सिंह भरमौरी

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