milap singh

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Wednesday 24 December 2014

मिट्टी का जिस्म

मिट्टी के इस जिस्म पे , क्यों करता खर्चा लाख में

मिल जाना तो  तय ही है , आखिर इसका खाक में

सर्दी का है मौसम , क्यों देता दुख तू खुद को वंदे

जी भर के नहा लेना बेशक ,  आने वाली बरसात में

          --------- मिलाप सिंह भरमौरी

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