milap singh

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Wednesday 3 December 2014

Jamin par


जमीं पर ही खुश रहूंगा
अगर आकाश न मिले

वो दौलत किसलिए
अगर सुख की सांस न मिले

बस इतनी सी इल्तिजा है
मेरी तुमसे ऐ! खुदा

कि मेरी वजह से दुनिया में
कोई उदास न मिले

------ मिलाप सिंह भरमौरी

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