milap singh

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Thursday 13 November 2014

Tera saath

तेरा साथ मुझे
सच में बहुत भाता है

जीने का मानो
जैसे मजा ही आ जाता है

पर तुमसे बिछुडने का
ख्याल मुझे डराता है

जैसे पेट से निकलकर कलेजा
मुंह तक आ जाता है

----- मिलाप सिंह भरमौरी

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